‘अम्फान’ चक्रवात की फ़टकार से ८२ लोगों की मृत्यु

कोलकाता – ‘अम्फान’ चक्रीवात की फ़टकार से पश्चिम बंगाल में ७२ लोगों की मृत्यु हुई है। इस तूफ़ान के कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ होकर, युद्धस्तर पर ‘एनडीआरएफ’ का बचावकार्य शुरू है। बांगलादेश भी इस चक्रवात की चपेट में आया होकर, इसमें १० लोगों की मृत्यु हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की जनता के साथ सारा देश खड़ा है और उनकी हरसंभव सहायता की जायेगी, ऐसा आश्वासन दिया है। साथ ही, गृहमंत्रालय से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पथक भेजे जानेवाले होकर, उनसे परिस्थिति का जायज़ा लिया जानेवाला है।

बुधवार शाम को अम्फान चक्रवात पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाक़े से टकराया। उससे पहले ही पाँच लाख से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थलांतरित किया गया था। लेकिन इस तूफ़ान में ७२ लोगों की जान गयी है। चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है। इस भयंकर तूफ़ान के कारण पश्चिम बंगाल में हज़ार से भी अधिक घर गिर गए। कृषिक्षेत्र का सबसे अधिक नुकसान हुआ। सारी यंत्रणा तहस-नहस हो चुकी है। इस समय गिरी मूसलाधार बारिश के कारण कोलकाता हवाईअड्डे पर पानी जमा हुआ था। ऐसा भीषण चक्रवात इससे पहले कभी नहीं देखा था, ऐस इस राज्य की मुख्यमंत्री ने कहा। साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार के पास राज्य में एनडीआरएफ की अतिरिक्त टुकड़ियाँ भेजने की विनति की है। उसके अनुसार एनडीआरएफ के और चार अतिरिक्त पथक पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो चुके हैं।

कोरोनावायरस के संकट के कारण एनडीआरएफ के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। लेकिन सोशल डिस्टसिंग तथा अन्य सुरक्षाविषयक नियमों का पालन करके बचावकार्य शुरू है, ऐसा ‘एनडीआरएफ’ के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने कहा। ओडिशा में इस तूफ़ान की तीव्रता कम थी। तूफ़ान से पहले ही ओडिशा में दोन लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। इस राज्य का कृषिक्षेत्र तूफ़ान की फ़टकार में आया। आनेवाले २४ या ४८ घंटों में ओडिशा में परिस्थिति पहले जैसी होगी, ऐसा मौसम विभाग ने कहा।

मौसम विभाग ने पहले ही इस तूफ़ान को लेकर सतर्क करने के कारण बड़ा नुकसान टला है, ऐसा ओडिशा की सरकार ने बताया। इसके लिए उन्होंने मौसम बिभाग का शुक्रिया अदा किया। इसी बीच, बांगलादेश भी अम्फान चक्रवात की चपेट में आया होकर, इसमें १० लोगों की मृत्यु हुई है। वहीं, इस देश के लाखों को इसकी फ़टकार सहनी पड़ी है। सुंदरबन क्षेत्र में बारिश के कारण बड़े पैमाने पर पानी जमा हुआ है। आनेवाले कुछ घंटों में ईशान्य भारत में ज़ोरदार बारिश का अनुमान जताया गया है।

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