उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बिजली गिरने की घटनाओं से ७५ की मौत – ७० घायल

बिजली गिरनेनई दिल्ली – उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश तीनों राज्यों में रविवार के दिन भारी बारिश के दौरान बिजली गिरने की विभिन्न घटनाओं में कुल ७५ लोग मारे गए और ७० घायल हुए हैं। राजस्थान के अम्बेर किले के प्रहरी मिनार पर बिजली गिरने से १२ पर्यटकों की मौत हुई। इनमें चार छोटे बच्चों का समावेश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में बिजली गिरने की इन घटनाओं पर तीव्र शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री सहायता निधी से इन मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपये और घायलों को ५० हज़ार रुपयों की सहायता का ऐलान किया है।

उत्तरी राज्यों में एवं मध्य भारत में बिजली की गड़गड़ाहट के साथ मुसलाधार बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग ने व्यक्त किया था। इसके अनुसार मध्य एवं उत्तरी भारत में जोरदार बारिश हो रही है। साथ ही कई स्थानों पर बिजली गिरने की घटनाएँ हुई हैं। रविवार के एक ही दिन में हुई इन घटनाओं में ७५ लोगों की मौत हुई। इनमें से सबसे अधिक मौतें उत्तर प्रदेश में हुई हैं। उत्तर प्रदेश में अलग अलग स्थानों पर बिजली गिरने से ४१ लोग मारे गए और ३० से अधिक घायल हुए। उत्तर प्रदेश के १६ जिलों में यह घटनाएँ हुई हैं। इन घटनाओं में २५० से अधिक पशुओं की भी मौत होने का वृत्त है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इन घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को चार लाख रुपये सहायता देने का ऐलान किया है।

बिजली गिरनेराजस्थान के जयपुर में स्थित अम्बेर किले पर सबसे ड़रावना मंज़र हुआ। वहां पर विकएन्ड और बारिश के चलते किले पर पर्यटकों की भारी भीड़ हुई थी। शाम के समय बारिश तेज़ होने पर कई पर्यटक किले से उतरकर लौट आए। लेकिन, किले के प्रहरी मिनार के छत के नीचे सेल्फी लेने के लिए करीबन ३५ पर्यंटक रुके थे। बारिश तेज़ होने के बाद उन्हें वहां से हटाना भी कठिन हुआ था। इनमें छोटे बच्चों का भी समावेश था।

शाम सात के बाद इस मिनार पर १५ से २० मिनिटों के दौरान दो बार बिजली गिरी। इससे यह पर्यटक झुलस गए। बिजली के झटके से यह पर्यटक मिनार के नीचे की झाड़ियों में फेंके गए। इस दौरान १२ की मौत हुई और ११ घायल हुए। रविवार रात से सोमवार के दिन भी वहां पर राहतकार्य जारी था। खाई की झाड़ियों से शव निकालने के लिए ‘ड्रोन’ का भी इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा राजस्थान के कोटा, झलवार, बारन, ढ़ोलपुर, सवाई माधोपुर और टोंक जिलों में भी बिजली गिरने की घटनाएँ हुईं। रविवार के एक ही दिन में राजस्थान में बिजली गिरने की घटनाओं में २३ की मौत हुई और २७ घायल हुए। इसके अलावा २७ पशु भी इन घटनाओं में मारे गए हैं। राजस्थान की सरकार ने मृतकों के परिवारजनों को पांच लाख रुपयों की सहायता देने का ऐलान किया है।

मध्य प्रदेश में भी चौबीस घंटों के दौरान बिजली गिरने की घटनाओं में ११ की मौत हुई और १३ घायल हुए। ग्वालियर और चंबल में हुई घटनाओं में सात लोग मारे गए हैं। रविवार के दिन उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बिजली गिरने की हुई यह घटनाएं करीबी समय में इन राज्यों में हुई इस तरह की सबसे खराब आपत्ति होने का दावा इन राज्यों में दाखिल मामलों से किया जा रहा है।

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