चीन में कोरोना के साडे छ: लाख मरीज़ होने का दावा – लष्करी युनिवर्सिटी के रजिस्टर में दर्ज़ की जानकारी ज़ाहिर होने के कारण खलबली

बीजिंग – कोरोनावायरस की महामारी के कारण चीन में ४,६३३ लोगों की मृत्यु हुई; वहीं, ८२,९४१ कोरोनाबाधित अपने देश में हैं ऐसा चीन ने घोषित किया था। लेकिन इस महामारी के बारे में चीन ने जानकारी छिपायी, यह फिर एक बार सामने आया है। कोरोनावायरस का संक्रमण चीन के पूरे २३० शहरों में फ़ैला था और इस संक्रमण के तक़रीबन साडे छ: लाख मरीज़ पाये गए थे, ऐसी धक्कादायक जानकारी सामने आयी है। चीन की लष्करी युनिवर्सिटी के रजिस्टर के कारण यह खलबलीजनक जानकारी दुनिया के सामने आयी है।

चीन के हुनान प्रांत की ‘नॅशनल युनिव्हर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी’ यह लष्कर के नियंत्रण में होनेवाली युनिवर्सिटी है। इस युनिवर्सिटी के रजिस्टर में दी हुई जानकारी चीन की पोल खोल रही है, ऐसा दावा अमरिकी और ब्रिटीश माध्यम कर रहे हैं। फ़रवरी से अप्रैल महीने तक की कोरोनाविषयक जानकारी इसमें दर्ज़ की गयी है। कोरोना का उद्गमस्थान होनेवाले वुहान शहर के साथ ही, चीन के लगभग २३० शहरों में यह महामारी फ़ैली होने की बात इसमें नमूद की गयी है। हर दिन किस शहर में कितने मरीज़ पाये गए, यह जानकारी इसमें दर्ज़ की होने का दावा अमरिकी माध्यमों ने किया है।

संबंधित शहरों के केवल अस्पताल ही नहीं, बल्कि घर, बंगले, हॉटेल्स, सुपरमार्केट, रेल्वे स्टेशन्स, स्कूल, प्रार्थनास्थल तथा फास्टफूड स्टोअर्स में भी कोरोना के मरीज़ पाये गये, ऐसा इसमें कहा गया है। ऐसे ६,४०,००० से भी अधिक मामलें इसमें दर्ज़ किये हैं। इनमें से कुछ प्रविष्टियों (एन्ट्रियों) में, कोरोना के दो अथवा उससे अधिक मरीज़ पाये गए, ऐसा कहा गया है। लेकिन यदि इस हर एक एन्ट्री के पीछे कोरोना का एक मरीज़ भी यदि होगा, तो भी चीन के कोरोनाबाधितों की संख्या साढ़े छ: लाख के पास जाती है, ऐसा दावा अमरिकी और ब्रिटीश माध्यमों ने किया है। स्थानीय लोगों के हवाले से युनिवर्सिटी ने यह जानकारी इकट्ठा की थी।

अमरिकी माध्यमों ने इस चिनी युनिवर्सिटी की वेबसाईट से भी इस रजिस्टर में होनेवाली जानकारी मिलाकर देखी, ऐसा कहा है। इस वेबसाईट पर कोरोनाबाधितों के स्थान दर्शानेवाला नक़्शा भी पाया गया है। इस कारण, चीन ने अपने देश के कोरोनाग्रस्तों की और मृतकों की वास्तविक जानकारी दुनिया से छिपायी, ऐसा इस रजिस्टर के कारण दुनिया के सामने आया है। वुहानस्थित डॉक्टर्स, व्यवसायिक, पत्रकार इनके साथ ही वुहान लॅब की संशोधिका और मशहूर लेखिका वँग वँग ने कोरोनावायरस के बारे में असली जानकारी सार्वजनिक रूप में ज़ाहिर करने की कोशिशें कीं थीं। चीन ने ये दावें ठुकराये थे। लेकिन अब ज़्यादा समय तक चीन इस मामले में जानकारी छिपा नहीं सकेगा, ऐसा स्पष्ट रूप में दिखायी देने लगा है।

अमरीका में कोरोनावायरस के सर्वाधिक लोगों ने दम तोड़ा होकर, अमरीका इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की जानकारी छिपाती नहीं, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने घोषित किया था। लेकिन अन्य देश कोरोना के मृतकों की संख्या छिपा रहे हैं, ऐसा आरोप करके ट्रम्प ने, चीन सबसे आगे होने का दावा किया था। अब माध्यमों में जारी हुई इस ख़बर के कारण, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने चीन पर किये आरोपों की पुष्टि होती दिखायी दे रही है।

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