तुर्की ने सीरिया में किए हमले में पाकिस्तान के ५० चरमपंथी ढेर

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इस्लामाबाद – सीरिया के इदलिब में पाकिस्तान के १०० कान्ट्रैक्ट सैनिक तुर्की की सेना के पक्ष में अस्साद हुकूमत के विरोध में संघर्ष कर रहे है, यह खबर हाल ही में प्राप्त हुई थी| इसे कुछ दिन नही होते तो तुर्की ने इदलिब में किए हवाई हमले में पाकिस्तान के ५० चरमपंथीयों को ढेर किया है| यह चरमपंथी सीरिया में स्थित ईरान से जुडे गुट के पक्ष में संघर्ष कर रहे थे, यह जानकारी पाकिस्तान के लष्करी अफसर ने साझा की| इससे सीरिया के संघर्ष में पाकिस्तान के कान्ट्रैक्ट सैनिक एक दुसरे के विरोध में ही लड रहे है, यह दिखाई दे रहा है|

रशिया की पहल से सीरिया के इदलिब में युद्धविराम हुआ है| यह युद्धविराम शुरू होने से कुछ घंटे पहले तुर्की की सेना ने इस क्षेत्र में जोरदार हवाई हमलें किए थे| तुर्की के लडाकू विमान और ड्रोन्स ने किए इस हमले में सीरियन सेना एवं ईरान से जुडे गुटों का बडा नुकसान होने का दावा तुर्की ने किया था| तुर्की की इस कार्रवाई की जानकारी अब धीरे धीने सामने रही है

फतेमियोऔरझेनेबियोइन दो ईरान से जुडे गुटों में पाकिस्तानी चरमपंथी शामिल है| सीरिया में अस्साद हुकूमत के समर्थन में संघर्ष कर रहे इन गुटों पर तुर्की की सेना ने पीछले हफ्ते में हवाई हमलें किए थे| इन हमलों मेंझैनेबियोइस हथियारी गुट के ५० सदस्य मारे जाने की जानकारी पाकिस्तान के दो अफसरों ने नाम घोषित ना करने की शर्त पर साझा की|

पीछले वर्ष अमरिका के कोषागार विभाग ने सीरिया में संघर्ष कर रहे ईरान से जुडे गुटों कोब्लैकलिस्टकिया था| इनमें पाकिस्तानी चरमपंथियों का समावेश होनेवालीझैनेबियोसंगठन का भी समावेश था| स्थानिय माध्यमों ने पहले जारी की हुई जानकारी के अनुसार सीरिया में ईरान से जुडे गुटों में ८०० से?भी अधिक पाकिस्तानी चरमपंथी संघर्ष कर रहे है| ईरान कीकुदस् फोर्सइन्हें प्रशिक्षित कर रहीहै| सीरिया के संघर्ष में पाकिस्तानी चरमपंथी एवं आतंकी ढेर होने का यह पहला अवसर नही है| पर, पहली बार इतनी बडी संख्या में ईरान से संबंधित गुट के लिए संघर्ष कर रहे पाकिस्तानी चरमपंथी मारे गए है, यह जानकारी पाकिस्तानी अफसरों ने साझा की| पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस पर बयान करने से इन्कार किया है|

हफ्ते पहले अमरिका की एक महीला पत्रकार ने सीरिया में पाकिस्तान के १०० से भी अधिक कान्ट्रैक्ट सैनिक लड रहे है, यह जानकारी सार्वजनिक की थी| यह कान्ट्रैक्ट सैनिक तुर्की के गुट की ओर से अस्साद हुकूमत के विरोध में संघर्ष कर रहे है, यह जानकारी वर्णित महिला पत्रकार ने रखी थी| पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर यंत्रणा आयएसआय की अनुमति के बिना तुर्की को यह सहायता प्राप्त होना असंभव होने की बात इस पत्रकार ने डटकर कही थी| वही, तुर्की से प्राप्त हो रहे राजनयिक और लष्करी सहयोग की पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान अब तुर्की को सीरिया में जारी संघर्ष में रशिया और अस्साद हुकूमत के विरोध में सहायता प्रदान कर रहा है, यह दावा अन्य एक वृत्तसंस्था ने किया था|

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