महाराष्ट्र में चौबीस घंटों के दौरान कोरोना के ४३ हज़ार नए मामले और २४९ संक्रमितों की मौत – मुंबई में ८६४६ मामले

मुंबई – महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के नए मामलों की रिकार्ड बढ़ोतरी हुई है। राज्य में एक दिन में कोरोना के ४३ हज़ार से अधिक नए मामले पाए गए हैं और २४९ संक्रमित मृत हुए। इनमें से ८६४६ मामले मुंबई में पाए गए हैं। कोरोना की इस बढ़ती संख्या की पृष्ठभूमि पर राज्य सरकार ने फिर से सख्त कदम उठाने के संकेत दिए हैं। स्थिति काबू में नहीं आती है तो लॉकडाउन लगाना होगा, ऐसा बयान राज्य के स्वास्थ्यमंत्री ने किया है। तो, मुंबई के मेयर ने मॉल, लोकल सेवाओं पर प्रतिबंध और एक दिवस के अंतराल से दुकानें खोलने का निर्णय करने के स्पष्ट संकेत दिए हैं।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेज़ बढ़ रही है। बीते दो दिनों में करीबन कोरोना के ८३ हज़ार नए मामलें दर्ज़ हुए हैं। गुरूवार के दिन राज्य में कोरोना के ४३,१८३ मामले पाए गए। मुंबई पालिका, ठाणे, नवी मुंबई, विरार-वसई, मीरा-भार्इंदर, कल्यान-ड़ोंबिवली, पनवेल, रायगड़ और पालघर में कुल मिलाकर १४,७८६ नए मामले पाए गए और ३४ संक्रमितों की मृत्यू हुई।

महाराष्ट्र में सबसे अधिक ६४ संक्रमितों की मौत नागपुर में हुई है और इस क्षेत्र में कोरोना के ५५७५ नए मामलें दर्ज़ हुए हैं। इसमें से २५८७ मामले नागपुर पालिका क्षेत्र में पाए गए और इस क्षेत्र में ५० संक्रमितों की मौत हुई। इसके अलावा पुणे क्षेत्र में कोरोना के ९३०९ नए मामले पाए गए और २३ संक्रमित मृत हुए। लातुर क्षेत्र में २६८२ नए मामले और ३० की मौत हुई। औरंगाबाद क्षेत्र में २३२२ नए मामले और ४३ की मौत हुई। अकोला क्षेत्र में १६७३ नए संक्रमित पाए गए और ६ की मौत हुई।

इसी बीच अब राज्य में प्रतिबंधों में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना है। महाराष्ट्र में अब कोरोना संक्रमण पर काबू पाना संभव नहीं हो रहा है और केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार के दिन शीघ्रता से बैठक का आयोजन किया है। अभी लॉकडाउन का निर्णय नहीं हुआ है, फिर भी स्थिति अधिक खराब होने पर अन्य विकल्प नहीं रहेगा, ऐसा राज्य के स्वास्थ्यमंत्री ने कहा है। साथ ही मुंबई के मेयर ने लोकल की सेवाओं पर पहले जैसे प्रतिबंध लगाने के साथ मॉल और थिएटर बंद करने के अलावा दुकानों को वैकल्पिक दिनों में खोलने जैसे सख्त प्रावधान पर विचार करने की बात स्पष्ट की हैं।

मार्च में ५५ हज़ार बच्चे कोरोना संक्रमित हुए

मार्च महीने में महाराष्ट्र में ५५ हज़ार छोटे बच्चे कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आयी है। इनमें १० वर्ष से कम उम्र के १५,५०० बच्चों का समावेश है। बीते छह महीनों में इतनी बड़ी मात्रा में छोटे बच्चे कोरोना संक्रमित होने की बात दिखाई नहीं पड़ी थी। इस वजह से जनता को लापरवाही से बर्ताव ना करने का आवाहन लगातार किया जा रहा है।

महाराष्ट्र में मात्र मार्च के महीने में कुल ६.५ लाख लोग कोरोना संक्रमित हुए। अक्तुबर से फ़रवरी के दौरान राज्य में कुल ७.३ लोग कोरोना संक्रमित हुए थे। मुंबई में ८८,७१० संक्रमित दर्ज़ हुए हैं। फ़रवरी की तुलना में मुंबई में कोरोना संक्रमितों की संख्या में ४७५ प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इससे मार्च में कोरोना संक्रमण कितनी बड़ी मात्रा में हुआ है, यह स्पष्ट होता है। नागरिकों ने सोशल डिस्टंसिंग और मास्क लगाने के नियमों का पालन ना करने से कोरोना संक्रमण तेज़ होने का आरोप लगाया जा रहा है।

मार्च में महाराष्ट्र में पाए गए कोरोना संक्रमितों में से ५५ हज़ार मामलें छोटी उम्र के बच्चों के हैं। इनमें १० वर्ष से कम आयु के १५५०० बच्चों का और ११ से २० वर्ष की आयु के ४० हज़ार बच्चों का समावेश है। एक महीने में पाए गए संक्रमितों में इन दोनों गुटों के १० प्रतिशत, २१ से ३० वर्ष की आयु के १७ प्रतिशत, ३१ से ४० वर्ष की आयु के २२ प्रतिशत, ४१ से ५० वर्ष की आयु के १८ प्रतिशत संक्रमितों का समावेश है।

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