मुंबई में तूफानी बारिश से ३१ की मौत

  • चेंबूर और विक्रोली में हुआ भूस्खलन
  • मुंबई के आसमान में एवरेस्ट से दोगुनी उँचाई के बादल

मुंबई – मुंबई में शनिवार रात से रविवार सुबह तक हुई रिकार्ड बारिश ने मुंबई के नागरिकों के मन में २६ जुलै की याँदे जगाईं। तूफानी हवाओं के साथ हो रही बारिश से शहर में भूस्खलन और बाढ़ की दिवार गिरने की घटनाएँ हुई हैं और इस दौरान ३१ लोगों की मौत हुई। चेंबूर में हुए हादसे में कुल २१ लोगों के मारे जाने का समाचार है। मुंबई में इस एक दिन में करीबन ३०० एमएम बारिश हुई। कुछ हिस्सों में मात्र तीन घंटों में २०० एमएम से अधिक बारिश हुई। इस अतिवृष्टि की वजह से मुंबई के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति निर्माण हुई थी।

तूफानी बारिशमुंबई और कोंकण तटीय इलाकों में बीते तीन दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। गुजरात के तटीय इलाके के करीब कम दबाव का क्षेत्र निर्माण होने से पूरे पश्‍चिमी तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। गुरूवार के दिन मुंबई में २५३ एमएम, शुक्रवार के दिन २३५ एमएम और शनिवार की रात को २७० एमएम बारिश हुई। इन तीन दिनों में मुंबई में ७५० एमएम बारिश दर्ज़ हुई है और शनिवार रात से रविवार की सुबह तक हुई बारिश सामान्य से कई अधिक थी, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

बिजली की गड़गड़ाहट में हुई भारी बारिश की वजह से सतह के कई क्षेत्रों में पानी भर गया। मिठी नदी के साथ अन्य नहरें भी भरकर बहने लगीं थी। कुछ इलाकों में मात्र एक घंटे में १५० एमएम बारिश हुई और कुछ स्थानों पर तीन घंटों के दौरान २०० से २५० एमएम बारिश होने से स्थिति गंभीर हुई। मुंबई के उपनगरी हिस्से में सबसे अधिक बारिश दर्ज़ हुई है। दहिसर, चेंबूर, विक्रोली, मरोल, बोरिवली, कांदिवली इलाकों में सबसे अधिक बारिश हुई। लेकिन, रात का समय होने से सड़कों पर यातायात नहीं थी। इस वजह से लोगों को बड़ी त्रासदी का सामना नहीं करना पड़ा। लेकिन, सतह के क्षेत्र में स्थित कई रिहायशी इलाकों में पानी भरने से वहां के लोगों को भयंकर स्थिति का सामना करना पड़ा। उपनगर की कुछ सड़के नदी में तब्दील हुई थीं।

इस तूफानी बारिश की वजह से चेंबूर के माहूल इलाके में स्थित भारत नगर में भूस्खलन हुआ। वहां की पहाड़ी ढ़लान पर बनी झुग्गियों पर इस भूस्खलन का बड़ा मलबा गिर पड़ा। रात के १ बजे के करीब यह दुर्घटना हुई। इसी बीच वहां पर सुरक्षा दीवार भी ढ़ह गई। इस हादसे में २१ लोगों की मौत हुई। रातभर एवं रविवार पूरे दिन वहां पर राहतकार्य जारी था। इस हादसे में घायल हुए लोगों को राजावाड़ी अस्पताल में दाखिल किया गया। इनमें से चार की इलाज़ के दौरान मृत्यू हुई।

इसके अलावा विक्रोली में भी भूस्खलन की घटना हुई। रात करीबन ढ़ाई बजे यह घटना हुई। इस हादसे में मलबे के नीचे छह झुग्गियाँ दबने से ९ लोगों की जान गई। इसी बीच भांडूप में सुरक्षा दिवार गिरने से एक १६ वर्षीय अल्पवयीन बच्चे की मौत हुई।

मुंबई के आसमान में अब ६० हज़ार फीट उँचा बादल देखा गया है, ऐसा मौसम विभाग का कहना है। माउंट एवरेटस्ट से दोगुनी उंचाई के इस बादल से जोरदार बारिश हुई। ऐसे बादल आम तौर पर जुलाई महीने में दिखाई नहीं देते, ऐसा मौसम विभाग ने कहा है और २६ जुलाई, २००५ को देखी गई वैसी ही स्थिति के यह बादल थे, ऐसा भी मौसम विभाग ने कहा है। २६ जुलाई के दिन मुंबई में ९०० एमएम से अधिक बारिश हुई थी।

मौसम विभाग ने अब फिर से मुसलाधार बारिश का इशारा देकर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। मुंबई, कोंकण तटीय क्षेत्र के अलावा मध्य महाराष्ट्र में भी मूसलाधार बारिश होने के आसार हैं। पालघर, ठाणे, रायगड़, रत्नागिरी जिलों में दो दिनों से बारिश हो रही है। इसके अलावा गुजरात में भी भारी वर्षा होने की खबर है।

इसी बीच, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में भूस्खलन के हादसों में हुई जीवित हानी पर तीव्र शोक जताया है। केंद्र सरकार ने इन हादसों के मृतकों के परिवारों के लिए २ लाख रुपयों की और घायलों के लिए ५० हज़ार रुपयों की सहायता का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने भी इन मृतकों के परिवार को पांच लाख रुपयों की सहायता देने का ऐलान किया है।

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