‘डीआर कांगो’ में हुए आतंकी हमले में २५ की मौत

dr-congoकिन्शासा – अफ्रिका के ‘डीआर कांगो’ में हुए आतंकी हमले में कम से कम २५ लोग मारे गए हैं। ‘डीआर कांगो’ के पूर्वी हिस्से के ‘बेनी’ शहर के करीब यह हमला किया जाने की बात कही जा रही है। इस हमले के पीछे ‘एडीएफ’ गुट का हाथ होने की बात समझी जा रही है। ‘एडीएफ’ गुट ‘आयएस’ और ‘अल कायदा’ दोनों आतंकी संगठनों से संबंधित होने की आशंका जताई जाती है। बीते दो महीनों में ‘डीआर कांगो’ में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं और अफ्रिका में चरमपंथी संगठन ताकतवर होने के संकेत इससे प्राप्त हो रहे हैं।

‘डीआर कांगो’ की सेना ने ‘एडीएफ’ के खिलाफ आक्रामक मुहिम भी चलाई है। इस मुहिम के तहत सेना के दल को बेनी के करीब ‘एडीएफ’ के आतंकी मौजूद होने की जानकारी प्राप्त हुई थी। सेना ने इन आतंकियों का पीछा किया और इसी दौरान आतंकियों ने खेतों में मौजूद गांववालों पर हमला करके २५ लोगों को ढ़ेर करने के बात सामने आयी है। नवंबर से इस क्षेत्र में लगातार हमले हो रहे हैं और नए हमले के साथ ही सेना एवं सुरक्षा यंत्रणा आतंकियों को रोकने में पूरी तरह से नाकाम होने के आरोप किए जा रहे हैं।

अन्य अफ्रिकी देशों की तरह ‘डीआर कांगो’ को भी कोरोना ने नुकसान पहुँचाया है और इस महामारी को रोकने के लिए सरकार ने मुहिम शुरू की है। लेकिन, आतंकी एवं विद्रोहियों के संगठनों के हो रहे हमलों के कारण इस मुहिम में बाधाएं निर्माण हो रही हैं। बीते वर्ष ‘डीआर कांगो’ में आतंकी और विद्रोहियों ने ‘एबोला’ के खिलाफ मुहिम चलाने के लिए स्थापित केंद्र एवं वहां पर काम करनेवाले स्वयंसेवकों को लक्ष्य किया था।

dr-congo‘एडीएफ’ संगठन युगांडा और ‘डीआर कांगो’ में सक्रिय प्रमुख आतंकी संगठनों में से एक जानी जाती है। दोनों देशों की सेनाओं ने शुरू किए मुहिम से इस आतंकी संगठन की ताकत कम होने का दावा किया गया था। लेकिन, बीते कुछ महीनों में इस संगठन के हमले बढ़ रहे हैं और यह संगठन प्रबल हो रहा है, यह भी समझा जा रहा है।

अफ्रिकी महाद्विप में सबसे अधिक खनिज भंड़ार वाले देशों में ‘डीआर कांगो’ का भी समावेश होता है। लगभग नौं करोड़ से अधिक जनसंख्या के इस देश में कोबाल्ट, कॉपर, डायमंड एवं कोल्टन की खदानें बड़ी संख्या में मौजूद हैं। एक रपट के अनुसार इस देश में लगभग २४ ट्रिलियन डॉलर्स के खनिज भंड़ार मौजूद हैं।

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