तैवान की सीमा में चीन के २५ विमानों की घुसपैठ – अमरीका के विमान वाहक युद्धपोतों की तैवान के करीब गश्‍त

बीजिंग/तैपेई – तैवान पर हमला करना चीन की भयंकर गलती साबित होगी, ऐसा इशारा अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने दिया था। अमरीका के इस इशारे की हम बिल्कुल परवाह नहीं करते, यह चीन ने साबित किया है। चीनी वायुसेना के २५ विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ की। यह तैवान की हवाई सीमा में चीन के विमानों की सबसे बड़ी घुसपैठ है। इस वजह से तैवान पर हमला करने की पूर्व तैयारी चीन कर रहा है, इस दावे की पुष्टि हो रही है।

चीन ने बीते कुछ दिनों से तैवान की खाड़ी में अपनी लष्करी गतिविधियाँ तेज़ की हैं। चीन के विमान वाहक ‘लिओनिंग’ युद्धपोत ने बीते हफ्ते अपने बेड़े के साथ तैवान की खाड़ी के करीब युद्धाभ्यास किया था। साथ ही अगले दिनों में भी इस क्षेत्र में नियमित युद्धाभ्यास का आयोजन किया जाएगा, यह ऐलान चीन ने किया था।

तैवान अपना सार्वभौम क्षेत्र है और किसी भी क्षण हम इस पर कब्ज़ा करेंगे, ऐसी धमकियाँ चीन ने दीं थी। चीन के लष्करी अफसर और विश्‍लेषकों ने ऐसी घोषणा भी की थी। ऐसी स्थिति में युद्धपोतों का युद्धाभ्यास और ऐलान करके चीन तैवान को सख्त इशारा दे रहा है, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषकों ने किया था।

इस पर तैवान के विदेशमंत्री ने जोरदार प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। चीन ने हमला किया तो तैवान आखिरी दिन तक युद्ध करेगा, ऐसा इशारा विदेशमंत्री जोसेफ वू ने दिया था। चीन ने तैवान के विदेशमंत्री के बयान का मजाक उड़ाकर चीन की सेना का तैवान मुकाबला नहीं कर पाएगा, यह दावा किया था।

तैवान के क्षेत्र में निर्माण हुए इस तनाव का संज्ञान लेकर अमरीका के विदेशमंत्री ब्लिंकन ने चीन को इशारा दिया था। तैवान की सुरक्षा के लिए अमरीका वचनबद्ध है और बल प्रयोग करके पश्‍चिमी पैसिफिक की स्थिति बदलकर तैवान पर हमला करना चीन की भयंकर गलती साबित होगी’, ऐसा इशारा ब्लिंकन ने दिया था। लेकिन, ब्लिंकन के इस इशारे की हम बिल्कुल परवाह नहीं करते, यही बात चीन ने कुछ ही घंटों में साबित कर दिखाई।

सोमवार की सुबह चीन के ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी एअरफोर्स’ के कुल २५ विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ करके गश्‍त लगाई। इनमें चीन के १४ ‘शेनयांग जे-१६’ और ४ ‘चेंगडू जे-१०’ इन लड़ाकू विमानों के साथ ‘४ ‘एच-६के’ बॉम्बर विमानों का समावेश था, ऐसी जानकारी तैवान के रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की। इस घुसपैठ के बाद तैवान ने अपने लड़ाकू विमान रवाना करके चीनी विमानों को पीछे हटने के लिए मजबूर किया। साथ ही तैवान ने अपनी मिसाइल यंत्रणा भी कार्यान्वित की।

इसके बाद कुछ चीनी विमानों ने तैवान के नियंत्रण के प्रातास द्विपों की सीमा में भी गश्‍त लगाई। साउथ चायना सी क्षेत्र में स्थित इस द्विप पर भी चीन अपना अधिकार जता रहा है। बीते कुछ हफ्तों से चीन ने तैवान की सीमा में घुसपैठ बढ़ाई है। बीते हफ्ते बुधवार के दिन चीन के १५ और शुक्रवार के दिन ११ विमानों ने तैवान की हवाई सीमा में घुसपैठ की थी।

इसी बीच, बीते कुछ हफ्तों में चीन ने तैवान के खिलाफ बड़े युद्धाभ्यास का आयोजन करके तैवान की दिशा में मिसाइल भी दागी थी। ऐसे में तैवान ने भी चीन के तटीय शहरों को आसानी से लक्ष्य करनेवाले मिसाइल हमारे हाथों में होने का इशारा दिया था। इसके अलावा तैवान ने चीन की नौसेना का सामना करने के लिए अपने तटीय क्षेत्र की सुरक्षा मज़बूत करने का ऐलान भी किया था।

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