जर्मनी में दो हजार से अधिक आतंकी हमले की तैयारी में – गुप्तचर यंत्रणा के पूर्व प्रमुख का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबर्लिन – ‘फिलहाल जर्मनी में दो हजार से अधिक आतंकी कभी भी हमला करने के तैयारी में है| उसी समय देश में मौजूद इस्लामधर्मी चरमपंथियों की संख्या ११ हजार तक जा पहुंची है| इसे वर्ष २०१५ में जर्मन सरकार ने शरणार्थियों को मुक्त प्रवेश देने के लिए किया निर्णय जिम्मेदार है’, ऐसा कडा इशारा देश के पूर्व गुप्तचर प्रमुख ‘हैन्स गिओर्ग मासेन’ इन्होंने दिया है| दो महीनों पहले ही जर्मनी के साथ नेदरलैंड की यंत्रणाओं ने आतंकी हमले का बडा षडयंत्र उधेडा था|

जर्मनी की ‘प्रोटेक्शन ऑफ द कॉन्स्टिट्युशन’ (बीएफव्ही) इस अंतर्गत गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख मासेन इन्होंने पिछले वर्ष अपने पद से इस्तिफा दिया था| जर्मनी के स्थानिय गुटों ने शरणार्थियों पर हमले करने के मामलों पर मासेन इन्होंने आशंका जताई थी| इससे पहले भी उन्होंने जर्मन चान्सेलर एंजला मर्केल इनकी शरणार्थियों से संबंधित नीति पर और देश की सुरक्षा यंत्रणाओं को लेकर दिखाई ढिलाई पर कडी आलोचना की थी|

जर्मनी के कोलोन शहर में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मासेन इन्होंने चान्सेलर मर्केल इन्हें लक्ष्य करते समय देश पर आतंकी हमलों का खतरा बना होने की चेतावनी भी दी| ‘देश चला रहे सरकार पर शरणार्थियों को नियंत्रण एवं सही मर्यादा में रखने की भी जिम्मेदारी होती है| लेकिन, वर्ष २०१५ में किए निर्णय के बाद देश में हजारों शरणार्थियों के झुंड दाखिल हुए है| शरणार्थियों के इस संकट की वजह से देश की सुरक्षा एवं व्यवस्था बिगड गई है’, ऐसा आरोप अंतर्गत गुप्तचर यंत्रणा के पूर्व प्रमुख ने किया है|

शरणार्थियों के झुंड का संकट नही होता तो जर्मनी के साथ यूरोप में आतंकवाद बढता दिखाई ही नही देता, यह दावा भी मासेन इन्होंने किया| लेकिन, वर्ष २०१५ के बाद जमर्ओनी में हर दिन ५०० और हर वर्ष २ लाख से अधिक शरणार्थी खाडी देशों से पहुंच रहे थे और इसी माध्यम से ‘आईएसआई’ के आतंकी भी दाखिल हुए है, इस ओर भी उन्होंने ध्यान आकर्षित किया| वर्ष २०१५ में शरणार्थियों को खुले तौर पर आने की अनुमति देना यही सिर्फ गलती नही थी, बल्कि उसके बाद हर दिन सरकार से नई गलती होती रही, ऐसी आलोचना उन्होंने की है|

वर्ष २०१२ में जर्मनी में इस्लामधर्मी चरमपंथियों की संख्या लगभग ३,८०० थी| लेकिन अब यही संख्या करीबन ११,५०० तक जा पहुंच चुकी है, यह चेतावनी मासेन इन्होंने दी|

जर्मनी को चरमपंथियों बच्चों से बडा खतरा बन रहा है| जर्मनी की सुरक्षा के लिए यह बडी चुनौती साबित हो सकती है| बच्चों को एवं युवकों को काफी तेजी से चरमपंथि बनाया जा रहा है और यह काफी आसान है| इसके पहले ऐसी घटनाएं जर्मनी में देखी नही गई थी| जर्मनी में लगभग ३०० बच्चों को चरमपंथी बनाया गया है| इनमें से कुछ बच्चों को उनके परिवार ने जनम से ही चरमपंथी शिक्षा दी है, ऐसा निरीक्षण मासेन इन्होंने पिछले वर्ष ‘प्रोटेक्शन ऑफ द कॉन्स्टिट्युशन’ (बीएफव्ही) इस अंतर्गत गुप्तचर यंत्रणा के अहवाल में दर्ज किया था|

पिछले तीन महीनों में ब्रिटेन और फ्रान्स में ‘आईएस’ ने आतंकी हमले किए है और जर्मनी में ऐसे हमलों का षडयंत्र उधेडने में कामयाबी मिली थी| लेकिन, मासेन इनकी चेतावनी की वजह से नजदिकी समय में जर्मनी में बडा आतंकी हमला होने की संभावना बढने के संकेत प्राप्त हो रहे है|

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