ईरान में हुए हिंसक प्रदर्शनों में १२ लोगों की मौत

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन: ईंधन के दामों में हुई बडी बढोतरी के विरोध में ईरान की जनता और हुकूमत के बीच संघर्ष शुरू हुआ है| इस दौरान हुए प्रदर्शनों में १२ प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है| ईरान में हुकूमत के विरोध में शुरू हुए इन प्रदर्शनों की आग राजधानी तेहरान समेत ३७ शहरों में फैली है और प्रदर्शनकारियों ने ईंधन के दामों में हुई बढोतरी का निषेध करके कई जगहों पर आगजनी की है| पर, ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने इस ईंधन के दामों में हुई बढोतरी का समर्थन किया है और ईरान के शत्रुदेशों ने ही यह प्रदर्शन करवाए है, यह आरोप भी किया|

दो दिन पहले ईरान की हुकूमत ने ईंधन के दामों में बढोतरी करने का ऐलान किया| इस में पेट्रोल के पहले ६० लीटर के खरीद पर ५० प्रतिशत बढोतरी की गई है| ६० लीटर से भी अधिक पेट्रोल की खरीद करने पर ३०० प्रतिशत ज्यादा किमत चुकानी होगी| इस निर्णय से एक ही रात में ईरान में ईंधन के दामों में बडा उछाल हुआ| अमरिका ने ईरान पर लगाए कडे प्रतिबंधों की पृष्ठभूमि पर ईंधन के दामों में बढोतरी करनी पडी है, यह बात ईरान ने स्पष्ट की थी|

पर, ईरानी जनता ने इस बढोतरी के विरोध में कडी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और रविवार की सुबह तक कम से कम ३७ शहरों में ईरान की हुकूमत के विरोध में प्रदर्शन शुरू हुए| ईरान के अंतर्गत सुरक्षा मंत्रालय ने इंटरनेट सेवा बंद करने से इन प्रदर्शनों की अधिक जानकारी प्राप्त नही हो सकी| पर, शनिवार शाम से रविवार की सुबह तक ईरान के पुलिस एवं रिव्होल्युशनरी गार्डस् और बसिज मिलिशिया ने की कार्रवाई में १२ प्रदर्शनकारी मारे गए है और २५ लोग जख्मीं हुए है|

कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने अपनी ही गाडियां एवं टायर्स को आग लगाई| सैकडों गाडियां के साथ रास्तों को बंद किया गया है| सिरजान शहर में प्रदर्शनकारियों ने एक ऑइल डिपो को आग लगाने की कोशिश की| उन्हें रोकने के लिए ईरानी सेना ने गोलिबारी की है, यह आरोप प्रदर्शनकारियों ने किया है| इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ईरान की खामेनीरोहानी हुकूमत के विरोध में जोरदार नारेबाजी की|

वही, यह प्रदर्शन रोके नही तो और भी कडी कार्रवाई करने की चेतावनी ईरान के अंतर्गत सुरक्षामंत्रीअब्दोलरेझा रहमानी फझलने दी है| ईरान के इन हिंसक प्रदर्शनों के लिए अमरिका जिम्मेदार होने का आरोप ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनी ने किया है| ईरान की जनता नही, बल्कि अमरिका के गुंड यह हिंसा कर रहे है, यह आरोप भी खामेनी ने रखा| ईरान में शुरू इन प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि पर इराक ने ईरान की सीमा बंद की है|

इसी बीच अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने खामेनी ने रखें आरोप ठुकराए है| साथ ही ईरान की हुकूमत के विरोध में प्रदर्शन कर रही जनता शिक्षित और स्वाभिमानी है और उन्हें अमरिका का समर्थन है, ऐसा पोम्पिओ ने कहा है| डेढ वर्ष पहले भी अमरिका ने ईरान की जनता को ऐसे ही समर्थन प्रदान किया था और आज भी वह कायम है, ऐसा पोम्पिओ ने कहा है| वही, ईरान को प्रतिबंधों में किसी भी प्रकार की सहुलियत प्राप्त ना हो इस लिए अमरिका की रिपब्लिकन दल ने प्रतिनिधीगृह में नया कानुन पेश किया है| इस वजह से ईरान को प्राप्त हो रही सहुलियत बंद होकर वह मुश्किलों में फंसेगा, यह दावा भी हो रहा है| ऐसा हुआ तो यकिनन ईरान की अर्थव्यवस्था और भी नाजूक होगी, यह भी कहा जा रहा है|

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